उस आस्मान को छुने कि थी चाह मेरी
पर कभी धरती ने चोडा ही नहीं जान मेरी
बस इसी किछा तानी के चक्रव्युह मै
बेहती चली हवा के दिशा मै
उन दिनो फेल रहा था Engg और Doctari का Virus
पर छु नहीं पाया ये virus , क्योकीं दिमाग मै Immunity का था रिश्ता Direct
फिर सोचा की कैसे छू उन उचाइयों को
फिर धरती मां ने पुकारा हमको
कि bachelor है तु बेटी और Science के पहुन्च से ही छु पायेगी उस आस्मान को
फिर मैने ठानी कि करूगीं मै Bachelor of Science लेकिन एक Spyware को साथ पकडे
Spyware का था नाम Computer जिसमें मै होती थी फैल जम्के
पर क्या करै,दिमाग था इतना Immune कि और कोई Option छु नहीं पाया हमें
३ साल बाद सोचा कि चलो कर ली तय मैने यह Suffer
पर बाहर निकली तो मिलि MBA,MCA की डगर
सोचा कि कैसे तोडू इस चक्रव्युह को
क्योकीं जाना था मुझे आराम करने
पर हम बेचारे science के बच्चे
तयाग दिया था आराम का मोह हमने जिस दिन चुना था science stream हमने
कुछ फोर्म्स लिये, उन फोर्म्स को जब अजमाया तो हो ना सका किसी भी कोलेज मैं मेल
फिर एक दिन अन्ध्कार छाया और बिजली कड्की और हुई अकाश्वानि कि बेटी तेरी तप हुई पुरी
जा चली जा उस spyware के masters मैं जहां से पुरी होगी चारो धाम कि यात्रा तेरी
२ साल के बाद निकली तो पता चला की आकाश्वानि बाबा का हो गया था Retirement और unke भाईचारे से
छा गया थ Reccession
दर दर के ठोकरे थी मेरी नस्सीब मैं
फिर जाकर मीली एक नौकरी मुझे एक कम्पनी मैं
उसी के सहारे कट रही है जिन्दगी मेरी
Could have avoided english words...
ReplyDeleteand please keep the background white bilkul bhi nahi pada ja raha hai
ReplyDeletehmm post kaisa hai yeh nahin likha baki saari faltu ki cheez likh dii
ReplyDeleteread my first comment...daru ka maza tune angrezi mila kar kirkira kar diya
ReplyDeletebut u havnt described it
ReplyDeleteHi Shivani,
ReplyDeleteI visited to your blog ........... it's really close to heart and i want to be a part of this "Mahafil" so hw can i????
very nice ........keep it up
hi manoj sory for such a late reply u can follow this blog by clicking on the link follow this blog
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